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जीएसटी, लेबर लॉ और मेडिकल इंश्योरेंस में बदलाव के बारे में दी गई जानकारी, जीएसटी में पंजीकृत व्यापारियों के लिए

रविवार को, प्रेस्टीज मैनेजमेंट के विधि विभाग की वेब वेबिनार श्रृंखला के जजमेंट डे, विशेषज्ञों द्वारा ‘आवश्यक संशोधनों और जीएसटी में सुधार’ के विषय पर चर्चा की गई। सबसे अधिक वक्ता सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता प्रबलराज सिंह चौहान थे। इससे पहले, अपराध और आपराधिक न्याय और श्रम कानून में आवश्यक बदलावों पर एक वेबिनार था। इस दौरान सबसे अधिक वक्ता डीएवी कॉलेज देहरादून के विधि विभाग के एचओडी डॉ. पारुल दीक्षित और सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता आलोक कुमार शर्मा थे। संस्थान के निदेशक डॉ। एसएस भाकर ने कानून के क्षेत्र में असीमित संभावनाओं के बारे में जानकारी दी।

संयोजक डॉ. प्रबल प्रताप सिंह ने वेबिनार श्रृंखला के उद्देश्य को समझाया। वेबिनार के समन्वयक आशीष यादव ने कहा कि देश भर से 367 प्रतिभागियों ने इसमें भाग लिया। मॉडरेटर की भूमिका हरिओम अवस्थी ने निभाई थी। मीडिया प्रभारी डॉ. नंदन वेलंकर ने कहा कि विधि विभाग के तत्वावधान में 28 जुलाई से आर्ट ऑफ ड्राफ्टिंग और जजमेंट राइटिंग स्किल्स पर चार दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आयोजन होने जा रहा है। प्रोफेसर आकाश गुप्ता ने आभार व्यक्त किया।

अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल और इसलिए उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल के अधिकारियों की आभासी बैठक रविवार को जारी रही। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष संदीप बंसल ने भी बैठक में भाग लिया। इस बिंदु के दौरान, व्यापारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के सामने कई समस्याएं रखीं। कहा कि इस बिंदु पर कारोबार बेहद सुस्त है और ट्रैफिक पुलिस द्वारा लगातार चालान बनाकर व्यापारियों को परेशान किया जा रहा है। यह कहा गया था कि सरकार को व्यापारियों को चिकित्सा बीमा प्रदान करना चाहिए। खासतौर पर वे व्यापारी जो जीएसटी में पंजीकृत हैं। निजी स्कूलों द्वारा जबरन वसूली फीस को लेकर बैठक के भीतर भी नाराजगी जताई गई।

कहा गया था कि इस मामले के दौरान डीएम प्रयागराज को एक ज्ञापन दिया जाएगा। बैठक का संचालन जिलाध्यक्ष रमेश केसरवानी ने किया। इस अवसर पर राजीव कृष्ण श्रीवास्तव, बंदी भैया, ज्ञान प्रकाश केसरवानी, बृजेश सिदना, नमन जोत सिंह, आनंद जी टंडन, हरेंद्र सिंह लाली सरदार, राकेश कंछल, कौशल सिंह, आदि उपस्थित थे।