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जीएसटी मुआवजा विवाद पर पीएम मोदी ने किया हस्तक्षेप, वित्त मंत्रालय से मांगी रिपोर्ट

बता दें कि जीएसटी अधिनियम के तहत, राज्यों को डोमिनियन डे, 2017 से जीएसटी के कार्यान्वयन के पहले पांच वर्षों के भीतर राजस्व में नुकसान की भरपाई के लिए बाध्य किया गया है। लेकिन मौजूदा वितरण सूत्र के तहत, केंद्र सरकार राज्यों को जीएसटी का हिस्सा प्रदान करने के लिए तैयार नहीं है।

गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) मुआवजा विवाद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाधित कर दिया है। पीएम मोदी ने जीएसटी मुआवजे का गहन विवरण मांगा है। पीएम ने वित्त मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है। बता दें कि जीएसटी मुआवजे को लेकर विवाद राज्यों और केंद्र के भीतर चल रहा है। बता दें कि जीएसटी अधिनियम के तहत, राज्यों को डोमिनियन डे, 2017 से जीएसटी के कार्यान्वयन के पांच वर्षों के भीतर राजस्व के नुकसान से मुआवजे की गारंटी दी गयी थी। लेकिन वर्तमान वितरण फार्मूले के तहत, केंद्र सरकार राज्यों को जीएसटी का हिस्सा प्रदान करने के लिए तैयार नहीं है।

पिछले महीने, वित्त मंत्रालय ने कहा कि केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जीएसटी मुआवजे के लिए 13,806 करोड़ रुपये की अंतिम किस्त जारी की है। जीएसटी परिषद को राज्यों को मुआवजा देने के फार्मूले पर जुलाई में फिर से संतुष्ट करने के लिए निर्धारित किया गया था। हालांकि, यह बैठक अभी तक आयोजित नहीं की गई है। जीएसटी अधिनियम 2017 के संशोधन पर चर्चा चलती है।

क्या है विवाद?
जीएसटी के लागू होने के बाद राजस्व में कमी होने पर राज्यों को क्षतिपूर्ति करने के लिए संविधान के भीतर एक प्रावधान है। हालांकि, प्राकृतिक आपदा, COVID-19 या आर्थिक मंदी जैसे कारणों के लिए नुकसान के कारण संविधान या जीएसटी कानूनों के तहत मुआवजा देने की कोई बाध्यता नहीं है, क्योंकि ये कारण जीएसटी के कार्यान्वयन से जुड़े नहीं हैं। केंद्र सरकार नहीं, बल्कि जीएसटी काउंसिल को ऐसी परिस्थितियों में कमी को पूरा करने का तरीका तय करना होगा। कई राष्ट्रों ने भारत के समेकित कोष से इस मुआवजे की भरपाई करने की मांग की है। लेकिन संसद ने 2017 में ऐसे संशोधन को खारिज कर दिया जो भारत के समेकित कोष से जीएसटी क्षतिपूर्ति मद में कमी के लिए प्रदान किया गया था।

केंद्र ने 36,400 करोड़ का जीएसटी मुआवजा जारी किया
बता दें कि केंद्र सरकार ने जून में राज्यों को 36,400 करोड़ का जीएसटी मुआवजा जारी किया था। यह राशि दिसंबर 2019 से फरवरी 2020 तक है। केंद्र सरकार पहले ही अप्रैल-नवंबर 2019 के बीच राज्यों को 1,15,96 करोड़ रुपये का जीएसटी मुआवजा जारी कर चुकी है।